मुफ्ती अब्दुल मलिक कासमी जनरल सेक्रेटरी जमीयत उलेमा ज़िला मालेरकोटला पंजाब ने कहा कि क़ायदे जमीयत हज़रत मौलाना सैयद महमूद असअद मदनी (अध्यक्ष जमीयत उलेमा-ए-हिंद) और मौलाना हकीमुद्दीन कासमी (नाज़िम-ए-उमूमी जमीयत उलेमा-ए-हिंद), कारी मोहम्मद अनस और मोहसिन-ए-मिल्लत मौलाना अली हसन मजाहिरी (अध्यक्ष जमीयत उलेमा पंजाब-हरियाणा-हिमाचल) के आदेश व इशारे पर पंजाब के प्रभावित इलाकों में सामान की आपूर्ति और वितरण का सिलसिला अगले पंद्रह-बीस दिनों तक जारी रहेगा, क्योंकि प्रभावित इलाकों की संख्या हज़ारों में है और हिंद- पाक सीमा पर लाखों परिवार प्रभावित हुए हैं।
मुफ्ती मोहम्मद दिलशाद कासमी अध्यक्ष जमीयत उलेमा शहर मालेरकोटला ने कहा कि सिख भाईयों की उदारता और दरियादिली किसी से छुपी नहीं है। हिंद और विदेशों में जहां भी कोई इंसानी बिरादरी किसी बड़ी मुश्किल या परीक्षा में फँसी, तो सिख भाइयों ने खुलकर उनकी तरफ मदद का हाथ बढ़ाया और मौके पर पहुंचकर उन्हें सहारा दिया। आज दूसरों की मदद करने वाले लोग खुद मदद के मोहताज हो गए हैं, तो हमें भी अपना इस्लामी और इंसानी फर्ज़ अदा करते हुए प्रभावित लोगों का उचित सहयोग करना है और उन्हें इस समय जिस तरह के सामान की तुरंत ज़रूरत है, वैसा ही सामान उनके तक पहुँचाना है।
मुफ्ती अब्दुल मलिक कासमी और मुफ्ती दिलशाद कासमी ने मालेरकोटला के नगरवासियों से अपील की कि वे हर बार की तरह इस बार भी अपने ज़रूरतमंद सिख और हिंदू भाइयों के लिए आगे आएं और इस कठिन समय में उनका भरपूर साथ दें। मुफ़्ती अब्दुल मलिक कासमी ने एडवोकेट मोहम्मद जमील एडिटर अबू ज़ैद न्यूज़, मास्टर मोहम्मद साबिर , मोहम्मद रमज़ान आदि का शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने फ़िरोज़पुर, पंजाब के गाँव बस्ती राम लाल पहुँचकर वहां के निवासियों के बीच राशन वितरित किया और इंसानियत-दोस्ती का सबूत पेश किया।