मुफ्ती अब्दुर्रहमान अमरोही, मौलाना इरफानुल्लाह क़ासमी, मौलाना हबीबुल्लाह मदनी, मुफ़्ती अबरार मेरठी और मुफ़्ती आरिफ़ लुधियानवी करेंगे ख़िताब
क़ारी मुजाहिदुल इस्लाम बिजनौरी ने आम जनता और ख़ास लोगों से की शिरकत की अपील
बसेड़ा खुर्द,3 नवम्बर। पिछले साल की तरह इस साल भी ३ नवम्बर, दिन सोमवार को “नुसरतुल मसाकीन कमेटी बसेड़ा खुर्द” के तत्वावधान में मदरसा “जामिया तालीमुल इस्लाम” बसेड़ा खुर्द, तहसील धामपुर, ज़िला बिजनौर में *सीरतुन्नबी व इस्लाहे मआशरा* के विषय पर एक विशाल जनसभा आयोजित की जा रही है, जिसमें इलाके के आम और ख़ास लोग बड़ी तादाद में शामिल होंगे।
क़ारी मुजाहिदुल इस्लाम बिजनौरी, इमाम व ख़तीब “मदीना मस्जिद गुलाबी बाग टिब्बा रोड लुधियाना” और नाज़िम इस्लाहे मआशरा “जमीयत उलमा ज़िला लुधियाना” ने मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए कहा कि यह हमारे इलाके का एक बेहद अहम कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता क्षेत्र के वरिष्ठ आलिमे दीन मौलाना मुफ़्ती अब्दुर्रहमान क़ासमी (साबिक़ सदर जमीयत उलमा उत्तर प्रदेश और नाज़िमे आला मदरसा अंसारुल उलूम नौगांवा) करेंगे।
वहीं मौलाना इरफानुल्लाह क़ासमी (मुबल्लिग दारुल उलूम देवबंद), मौलाना सैय्यद हबीबुल्लाह मदनी (साहिबज़ादा हज़रत मौलाना सैय्यद मोहम्मद अरशद मदनी, सदर जमीयत उलमा-ए-हिंद), मशहूर ख़तीब मुफ़्ती मोहम्मद अबरार मेरठी (महत्तम मदरसा दारुल उलूम फारूकिया रसूलपुर औरंगाबाद मेरठ), और मुफ़्ती मोहम्मद आरिफ़ जैसलमेरी सुम लुधियानवी (कन्वीनर जमीयत उलमा पंजाब, हरियाणा, हिमाचल व चंडीगढ़) आम जनसभा को संबोधित करेंगे।
कार्यक्रम की शुरुआत मौलाना क़ारी आफ़ताब आलम क़ासमी (उस्ताद, शुबा तजवीद व क़िरात, दारुल उलूम देवबंद) की तिलावत-ए-कुरआन और मौलाना क़ारी इकरार साहिल क़ासमी (मैवांदा) की नात-ए-पाक से होगी। मौलाना मोहम्मद जाबिर फरहत तावली (उस्ताद जामिया फलाहे दारेन इस्लामिया, बिलासपुर मुज़फ्फरनगर) इस जनसभा के नाज़िम और अनाउंसर रहेंगे।
शायर-ए-इस्लाम क़ारी मुजाहिदुल इस्लाम बिजनौरी ने इलाके के इमामों और मदरसों के जिम्मेदारों से अपील की है कि वे अपने इलाकों में ऐलान करके लोगों को इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रेरित करें, ताकि पिछले साल की तरह इस साल भी बड़ी संख्या में लोग शामिल हों और उनकी ज़िंदगी में एक सुखद धार्मिक बदलाव आ सके। उन्होंने कहा कि “नुसरतुल मसाकीन कमेटी बसेड़ा खुर्द” के तमाम जिम्मेदार और कार्यकर्ता धन्यवाद के पात्र हैं, जिनकी मेहनत और निरंतर कोशिशों की बदौलत यह विशाल जनसभा आयोजित हो रही है। क़ारी मुजाहिदुल इस्लाम बिजनौरी ने यह भी बताया कि मदरसा “जामिया तालीमुल इस्लाम” में होने वाला यह कार्यक्रम दो सत्रों में विभाजित होगा। पहला सत्र महिलाओं के लिए होगा, जो तीन नवम्बर सोमवार की सुबह 10 बजे शुरू होकर दोपहर 12 या साढ़े 12 बजे तक चलेगा। जबकि दूसरा और मुख्य सत्र नमाज़े मगरिब के तुरंत बाद शुरू होगा और रात 11 बजे मुफ़्ती अब्दुर्रहमान क़ासमी की दुआ पर समाप्त होगा।



