गर्भनिरोधक दवा इस्तेमाल करना पड़ा मंहगा , 25 की उम्र में हुआ ऐसा कुछ क‍ि जा सकती थी जान, जानिए कैसे बची जिंदा..

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ब्रिटेन। ज्‍यादातर मह‍िलाएं गर्भनिरोधक दवा का इस्‍तेमाल बिना डॉक्‍टर की सलाह के करती हैं। यह भी नहीं जानतीं कि इसका दुष्‍प्रभाव क्‍या हो सकता है। कई बार असर नजर भी आता है लेकिन छोटी-मोटी बात समझकर टाल देती हैं। यही गलती इस मह‍िला ने कर डाली और देख‍िए जान पर बन आई। महज 25 साल की उम्र में ऐसा कांड हुआ कि जान तक जा सकती थी, लेकिन इसे चमत्‍कार ही कह‍िए क‍ि बच गई। अब उसने अपनी कहानी शेयर की है।

ब्रिटेन की रहने वाली 25 साल की हॉली मैककोमिश एक दिन थ‍िएटर में काम कर रही थीं कि अचानक उनकी आंखों से रोशनी जाने लगी। चेहरा अचानक एक ओर झूलने लगा। लगा कि पैराल‍िस‍िस का अटैक आ गया। सोचा कि अब मर ही जाएगी। सहकर्मी यह देखकर घबरा गए और उठाकर अस्‍पताल ले गए, जहां डॉक्‍टरों ने बताया कि उन्‍हें मिनी स्‍ट्रोक आया था।

वह और भी चिंत‍ित तब हो गई जब उसे पता चला कि यह उसकी गर्भनिरोधक गोली की वजह से हुआ। जो उसकी जान भी ले सकती थी। यह बेहद ही दुर्लभ मामला था। मैककोमिश ने कहा, मैं आमतौर पर फ‍िट थी, और मुझे इस तरह से अटैक नहीं आना चाह‍िए था। लेकिन डॉक्‍टरों ने जो समझाया वह और भी भयानक था। सुनकर मैं फूट-फूट कर रोने लगी। यह एक बुरे सपने की तरह लगा।

मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्‍टरों ने समझाया कि गर्भनिरोधक गोली की वजह से उसके शरीर में रक्‍त के छोटे-छोटे थक्‍के बन गए हैं। उसके दिल में एक छेद था, जिसकी वजह से यह थक्‍के मस्तिष्क तक चले गए। दरअसल, इसे पेटेंट फोरमैन ओवले (पीएफओ) कहा जाता है। इसमें दिल में एक फ्लैप-वाल्व खुलता है, जो आमतौर पर जन्‍म के बाद बंद हो जाता है लेकिन कुछ लोगों में यह खुला रह जाता है।

हॉली बदक‍िस्‍मत थीं कि उनके साथ ऐसा हुआ। होली गर्भनिरोधक दवा की वजह से बीमार होने वाली पहली मह‍िला नहीं हैं, लगभग 3000 मह‍िलाओं में से एक में यह दिक्‍कत आती है, लेकिन चूंक‍ि खून के यह थक्‍के मस्तिष्क तक नहीं पहुंच पाते, इसल‍िए मैककोमिश की तरह अटैक नहीं आता।

होली ने कहा, मैं गर्भनिरोधक दवा लेने से पहले उसके दुष्‍प्रभाव के बारे में पूरी तरह अनजान थी। लेकिन इसे लेने के कुछ हफ़्ते के भीतर मुझे भयानक सिरदर्द होने लगा। मैंने सोचा कि शायद यह सामान्य बात हो क्योंकि शरीर नए हार्मोन के साथ तालमेल बिठा रहा होगा।

लेकिन थ‍िएटर में जो कुछ हुआ वह दर्दनाक था। मैं कुछ भी बात नहीं कर पा रही थी। एक मह‍िला मेरा नाम लेकर पुकार रही थी लेकिन मैं जवाब देने की हालत में नहीं थी। डॉक्‍टरों ने जब बताया कि मुझे ट्रांसिएंट इस्केमिक अटैक (टीआईए) या ‘मिनी स्ट्रोक’ आया था तो मैं और चौंक गई। 25 साल की उम्र में यह सुनना किसी के लिए भी ठीक नहीं होता।

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