नई दिल्ली,25 सितम्बर। भारत ने अपनी रक्षा तकनीक के क्षेत्र में एक बड़ा और ऐतिहासिक कदम उठाते हुए पहली बार रेल-रेलर आधारित मोबाइल लॉन्चर सिस्टम से अग्नि-प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। इस सफलता के बाद अब देश को पारंपरिक स्थिर लॉन्चर जैसे श्रीहरि कोटा की जरूरत नहीं रहेगी, क्योंकि यह मिसाइल चलती हुई ट्रेन से भी कहीं से भी दागी जा सकेगी। यह तकनीक भारत की रक्षा क्षमताओं को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी और युद्ध रणनीतियों में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।
अग्नि-प्राइम मिसाइल भारत की अगली पीढ़ी की मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसे लगभग 2000 किलोमीटर तक की दूरी तय करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें अत्याधुनिक तकनीक और कई उन्नत फीचर्स शामिल हैं, जो इसे और भी प्रभावी और सटीक बनाते हैं। इस मिसाइल की खासियत यह है कि इसे रेल नेटवर्क के माध्यम से कहीं भी तैनात किया जा सकता है, जिससे दुश्मन के लिए इसे रोकना और निशाना बनाना काफी मुश्किल हो जाएगा।